मनुष्य एक समाजिक प्राणी है और समाज का आधार है विश्वास । जब कोई भी व्यक्ति किसी के विश्वास को तोड़ता है तो समाज का ताना बाना बिगड़ जाता है और समाज में एक अस्थिरता आ जाती है । इतिहास गवाह है कि बड़े-बड़े राजाओं ने अपनी सत्ता तब हारी है जब उनके किसी अपने ने ही उनके साथ विश्वासघात किया था।
विश्वास, यह शब्द जितना छोटा है उसका अर्थ उतना ही गहरा और विशाल है, हमारे निजी जीवन में, रिश्तो में, विश्वास बहुत महत्वपूर्ण है। यहां तक की जब तक हम खुद पर भी विश्वास नहीं करते, यकीन नहीं करते तब तक हम अपनी मंजिल से बहुत दूर रहते हैं ।
जब भी किसी व्यक्ति ने अपने ऊपर संपूर्ण विश्वास किया, अपनी क्षमताओं पर पूर्ण विश्वास किया उसने हमेशा एक नया इतिहास रचा है। इसलिए जीवन में विश्वास की शक्ति को समझना बहुत जरूरी है ।
जीवन का आनंद सबके साथ है
सबका साथ ही जीवन का आनंद है
विश्वास कि यह डगर थोड़ी कठिन है
हर मोड़ पर अविश्वास की डगर है
डर किसी समस्या का समाधान नहीं
आंख के बदले आंख यह कोई हल नहीं
तुम चुरा सकते हो सबसे नजर
खुद से कभी नजर चुराना नहीं
इस विश्वास अविश्वास के खेल में
तुम कभी हारना नहीं
तुम कभी हारना नहीं
(लेखक - धीरेंद्र सिंह)
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