शब्द अपने आप में इतने सशक्त होते हैं कि आपके जीवन को निखार भी सकते हैं और बर्बाद भी कर सकते हैं, शब्दों का सही चयन करना सीखें ।
शब्दों का अगर सही प्रयोग समझना है तो Mr. Edison कि कहनी से समझें जहां उनकी मां के सकारात्मक शब्दों ने स्कूल से निकाले गए एक मूर्ख बच्चे को, उन्होंने एक महान वैज्ञानिक बना दिया । यह बात उस समय की है जब Mr. Edison एक महान वैज्ञानिक बन चुके थे और एक दिन वह अपना कोई research paper खोज रहे थे जब उनके हाथ में एक बहुत पुराना सा खत लगा जो कि उनके स्कूल के प्रधानाचार्य ने उनकी मां को लिखा था। उन्होंने उसको पढ़ना शुरू किया, उसमे लिखा था कि आपका बच्चा दिमाग ही तौर पर सामान नहीं है और हमारे लिए किया किसी भी स्कूल के लिए ऐसे बच्चे को पढ़ाना असंभव है । तब Edison सोचने लगे पर जब मैंने अपनी मां से पूछा था तो उन्होंने कहा था कि प्रधानाचार्य जी ने कहा है कि मैडम आपका बच्चा तो इतना होशियार और काबिल है कि यह स्कूल इसके लायक नहीं है और आप ही इसको घर पर ही शिक्षा दीजिए ।
Edison सोच कर रोने लगे कि देखो उनकी मां के शब्दों ने उनको आज किया बाना दिया है, शब्दों की शक्ति ऐसी ही होती है। आज हम सब इतने नकारात्मक माहौल में जीते हैं कि अधिकांश मनुष्य यह मान के चलता है कि या तो उससे होगा नहीं या वह उसके लायक नहीं और वह खुद तो इस नकारात्मक संसार से बाहर आना नहीं चाहते और दूसरों को भी इससे ग्रसित करते रहते हैं।
इसलिए कहता हूं अपने शब्दों का प्रयोग बहुत सावधानी से करिए, विचार करिएगा.............
(लेखक - धीरेंद्र सिंह)
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