जीवन के अनुभव हमें परिपक्व बनाते हैं अच्छे अनुभव जीवन में खुशियां लाते हैं बुरे अनुभव अपनी, अपनों की, और खुद की खुद से पहचान कराते हैं इसलिए कहते भी है कितनी बड़ी मुश्किल होगी जीत का जश्न उतना शानदार होगा ।
हमें लोग धोखा क्यों देते हैं, हम अच्छे हैं फिर भी हमारे साथ बुरा क्यों होता है। जब हमने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा फिर भी हमें इतना दुख क्यों ऐसे बहुत से प्रश्न हमें परेशान करते हैं जब हम किसी विपरीत या प्रतिकूल परिस्थिति में होते हैं, क्रोध से ग्रसित होते हैं और समझ नहीं पाते कि क्या करें और चिंता में फस जाते हैं
जीवन एक यात्रा है जिसमें बहुत से लोग आपसे मिलेंगे और आपकी यात्रा के साथी भी होंगे कुछ आपको पसंद करेंगे, कुछ आपकी आलोचना करेंगे, कुछ सहयोग करेंगे, कुछ साथ देंगे, कुछ धोखा देंगे, कुछ मित्र होंगे, पर यात्रा आपकी है, विवेक आपका है, जो व्यक्ति सिर्फ अपनी यात्रा का आनंद लेता है अर्थात जो निरंतर गतिमान रहता है और वह किसी भी परिस्थिति में समान रहता है वही अपने लक्ष्य को पाता है।
(लेखक - धीरेन्द्र सिंह)
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