आज का युग
मै जब अपने व्यक्तित्व को देखता हूँ तो विचारों के अंनतजाल में अपने को फंसा पाता हूँ । मैं अपने को और अपनी क्षमताओं को समाझना चाहता हूँ, आज का वातावरण बहुत जटिल है। आप एक पल बहुत खुश हो तो दूसरे पल में बहुत दुखी हो जाते हो, कितनी बार यह अहसास समझ नहीं पता हूँ क्यों की आज के युग का वातावरण भी कुछ ऐसा ही है।
आज का युग जानकारी (Information) का युग है तकनीकी (Technology) का युग है अगर आप अपने आपको समय के अनुरूप ढाल लेते हैं तो समय भी आपके जीवन को संभालता है लकिन मेरी समस्या यह है कि मुझे इतनी जटिलता नहीं चाहिए। आज का जीवन इतना सरल नहीं है | शायद, यह मेरी नकारात्मक सोच हो सकती है पर यह समस्या केवल मेरी नहीं अधिकांश व्यक्तियों की है क्योंकी आज हर एक व्यक्ति को कुछ भी करने से पहले सोचने के साथ साथ सतर्कता भी रखनी पड़ती है और जो ऐसा नहीं करते कई बार उनको बहुत नुक्सान उठाने पड़ते हैं |
(आगे पढ़ें - विचारों की शक्ति)
भारत एक विशाल देश है और हमारी आबादी भी बहुत है । जिसका सीधा मतलब है कि व्यपार के लिए बहुत उत्तम जगह। यह आबादी हमारी शक्ति भी है तो हमारी बहुत बड़ी कमजोरी भी, आज हर देश भारत के साथ व्यापर करना चाहता है और देश भी खुले हाथो से सबका स्वागत कर रहा है। व्यपार करने के लिए नए नियम कानूनों को और भी सरल बनाया जा रहा है जिससे देश पूरे विश्व के साथ व्यपार कर सके और देश संपन हो सके और यहां के लोग खुशहाल जीवन जी सकें । बैंको ने ऋण देने की प्रक्रिया को भी सरल किया है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग व्यापार कर सकें और देश में सबके लिए पर्याप्त आमदनी के और नौकरी के अवसर उपलब्ध हों सकें |
(आगे पड़ें - महेनत या लगन)
लोगों को तकनिकी (Information Technology) से जोड़ा जा रहा है और उनकी जानकारी इकट्ठा की जा रही है | यह सब ठीक है पर यह सब हमे विचार करने पर भी विवश करती है क्योंकि आज हमारी सारी निजी जानकारी, जैसे की हमारी आय (income) के बारे में, बैंक खातों के बारे में, घर परिवार के बारे में, कहने का मतलब आपके जीवन और आपसे जुड़े सभी सदस्यों की जानकारी सब सरकारें अपने पास रख रही हैं | मैं यकीन भी करता हूँ की सरकारें इनकी हिफाज़त भी करेंगी किन्तु आज हम जिस युग में जी रहे हैं वहां यह भी खतरे मौजूद हैं की कोई तकनीक (Information Technology) की सहायता से इन जानकारियों को चुरा के कितनी तबाही मचा सकता है कोई सोच भी नहीं सकता है |
इसलिए मैंने कहा - कुछ भी करने से पहले सतर्कता जरूर बरतें | मैं एक आम आदमी हूँ जो सिर्फ चाहता हूँ एक सरल जीवन, पर ऐसा है नहीं | हर कोई बिचलित है क्यों की हर पल सतर्कता जरुरी है आप की जरा से लपरवाही आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकती है |
(आगे पढ़ें - विचारों की शक्ति)
आज के आधुनिक युग में तकनिकी (Information Technology) ने हमारा जीवन को बहुत ही सुबिधा जनक बनाया है इसमें कोई संदेह नहीं है | लेकिन उसके अधिक उपयोग से हमने अपने आपको बीमार भी बना लिया है क्योंकि आज इस तकनीक के माध्यम से हमे इतनी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है जो हमारे विचारों को भी प्रभावित कर रही है और इससे इतनी विचित्र स्थिति उत्पन हो गयी है, पहले आप कुछ करके अनुभव लेते थे आज आप कुछ करने से पहले इतने विचारों से घिरे होते हैं,दूसरों के अनुभवों को जानकार कई बार आप कुछ भी नहीं करते और आपका समय और विचार सब कुछ व्यर्थ हो जाता है |
(आगे पड़ें - महेनत या लगन)
पहले समस्या का हल प्रधमिकता होती थी आज समस्या के हल का अधिकांश लोग सिर्फ विचार करते हैं | इस वर्तमान युग में भी ऐसे कुछ स्थिर लोग हैं जो जागरूक हैं, कुछ भी करने में क्योंकि वो जान गए हैं आज के वातावरण को, समय की चाल को इसलिए वो आधुनिक तकनीक (Information Technology) का इस्तमाल सिर्फ जीवन को सरल बनाने में उपयोग करते हैं न की उसको अपने ऊपर हावी होने देतें हैं |
जीवन के खेल खिलोने यह संघर्ष, तुम इनसे ही अपने दिल का मिलान करो |
मत सोचो इतना की क्या होगा बस थोड़ी सी एतियात जरूर बर्तो ||
(लेखक - धीरेन्द्र सिंह)
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