Friday, January 8, 2021

अपने को जगाओ

हम सभी अलग ही विचारों के भंवर में फसे रहते हैं बिना यह विचारे की ऐसे क्यों होता है | इतना सोचते हैं की कई बार तो सोच भी थक जाती है, इससे किया हाशिल होता है अन्तः कुछ नहीं, पर इससे हमारे शरीर पर बिपरीत असर जरूर पड़ता है कई बार तो इन सभ की बजह से कई बिमारी पनप जाती हैं |